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Airpods लगाने से बहरी हो गई इन्फ्लुएंसर, जान लीजिए कितना है खतरा

मेकअप आर्टिस्ट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर आरुषि ओसवाल की लंबे समय तक AirPods लगाने से सुनने की शक्ति चली। जानिए यह कितना खतरनाक है।

Image of girl with earphone

सांकेतिक चित्र(Photo Credit: Freepik)

वायरलेस डिवाइस अब ट्रेंड बन चुके हैं। खासतौर पर AirPods का चलन युवाओं के साथ-बुजुर्गों में बढ़ रहा है लेकिन हाल ही में एक मेकअप आर्टिस्ट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर आरुषि ओसवाल की कहानी सामने आई है, जो इस आदत का गंभीर परिणाम भुगत चुकी हैं। आरुषि ने बताया कि वे घंटों तक AirPods लगाकर यात्रा कर रही थीं। कुछ समय बाद उन्हें महसूस हुआ कि उनके बाएं कान से सुनाई देना कम हो रहा है।

 

जब आरुषि ने डॉक्टर से जांच करवाई, तो पता चला कि उनके कान की सुनने की क्षमता लगभग 45 प्रतिशत कम हो चुकी है। डॉक्टरों ने उन्हें सख्त दवाएं और कान में स्टेरॉइड इंजेक्शन लेने की सलाह दी। हालांकि उम्मीद है कि एक हफ्ते में स्थिति में सुधार आ सकता है, लेकिन यह घटना हर किसी के लिए एक गंभीर चेतावनी है। आज हम उसी चेतावनी को समझने की कोशिश करेंगे कि क्यों लगातार AirPods या इयरफोन पहनना हानिकारक है और इससे कैसे बचा जा सकता है।

 

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क्यों होते हैं कानों पर असर?

हमारे कान शरीर के सबसे संवेदनशील अंग में से है। जब हम लंबे समय तक कानों में AirPods लगाकर तेज आवाज में गाना या ऑडियो सुनते हैं, तो इससे कान के अंदर मौजूद कॉक्लिया नाम के हिस्से पर बुरा असर पड़ता है। इसमें बहुत बारीक नर्व सेल्स होती हैं, जो आवाज की तरंगों को दिमाग तक पहुंचाती हैं। लगातार तेज आवाज सुनने से ये सभी सेल्स धीरे-धीरे खराब होने लगती हैं और सुनने की क्षमता कम हो जाती है।

 

इसके अलावा AirPods या इयरफोन लगातार पहनने से कान में हवा का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे बैक्टीरिया पनप सकते हैं और इन्फेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। कुछ मामलों में कान में सूजन, खुजली, दर्द और मवाद तक हो सकता है।

क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं?

AirPods या हेडफोन्स का ज्यादा इस्तेमाल सिर्फ कान के लिए ही नहीं, दिमाग और मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है। लगातार ध्वनि सुनते रहने से मस्तिष्क को आराम नहीं मिल पाता। इससे नींद की कमी, चिड़चिड़ापन और तनाव जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

 

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इसके अलावा ज्यादा देर तक Bluetooth या वायरलेस डिवाइस के रेडिएशन से जुड़े खतरे भी वैज्ञानिक बता चुके हैं। हालांकि इस पर शोध अभी जारी है लेकिन ऐहतियात बरतना हमेशा बेहतर होता है।

इससे कैसे बचें?

इन्फ्लुएंसर आरुषि ओसवाल ने अपने अनुभव से लोगों को यही सलाह दी है कि इयरफोन्स या AirPods को जरूरत से ज्यादा देर तक कान में न रखें। इससे बचने के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  • हर घंटे में कम से कम 10 मिनट का ब्रेक लें और AirPods निकाल लें।
  • बहुत तेज आवाज में गाने न सुनें। आवाज का स्तर 60% से ज्यादा न रखें।
  • इयरफोन्स की जगह स्पीकर का इस्तेमाल करें जब आप अकेले हों।
  • अगर किसी भी कान में घंटी बजने की आवाज (टिन्निटस), भारीपन या सुनने में दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
  • कानों की नियमित सफाई और देखभाल करें। गंदे या नमी भरे इयरफोन से बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो सकता है।
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