दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करने वाले शख्स राजेश खिमजी की मां भानुबेन ने इस घटना के बाद भावुक अपील की है। उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा कुत्तों से बहुत प्यार करता है। उसने यह सब कुत्तों के लिए किया। हम गरीब लोग हैं, मेरे बेटे को माफ कर दें।' भानुबेन ने बताया कि राजेश महादेव का बहुत बड़ा भक्त है। वह हर महीने कम से कम एक बार उज्जैन में महाकाल मंदिर जाता है। इस बार भी वह घर से उज्जैन जाने की बात कहकर निकला था।
भानुबेन ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि वह उज्जैन से दिल्ली कब पहुंच गया। कल उसके पिता ने उसे फोन किया था और पूछा कि वह कब घर लौटेगा। राजेश ने अपने पिता को बताया कि वह दिल्ली में है और यह सब कुत्तों के लिए है। इसके बाद उसने फोन काट दिया।'
यह भी पढ़ेंः पहले कागज दिखाए, फिर पकड़कर खींचा; दिल्ली की CM रेखा गुप्ता पर हमला
कुत्तों से था प्रेम
जानकारी के अनुसार, राजेश ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा था, जिसमें दिल्ली में कुछ कुत्तों को पकड़ा जा रहा था। इस वीडियो ने उसे इतना परेशान कर दिया कि उसने खाना तक छोड़ दिया। भानुबेन ने बताया, 'वह उस वीडियो को देखकर बहुत गुस्सा और दुखी था। उसका दिल कुत्तों के लिए बहुत नरम है। वह उन्हें अपना परिवार मानता है।' राजेश एक रिक्शा चालक है और अपने परिवार, जिसमें उसकी पत्नी और एक छोटा बेटा है, का पालन-पोषण करता है।
यह घटना आज सुबह तब हुई, जब राजेश ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला किया। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया। इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से नहीं आया है। हालांकि, भानुबेन का कहना है कि उनका बेटा गलत इंसान नहीं है। उन्होंने कहा, 'वह बस कुत्तों की तकलीफ नहीं देख सका। उसने गुस्से में यह कदम उठाया। मैं मुख्यमंत्री जी से हाथ जोड़कर विनती करती हूं कि मेरे बेटे को माफ करें। हमारा परिवार बहुत गरीब है, और राजेश ही हमारा सहारा है।'
क्या था मामला?
बुधवार सुबह दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर राजेश खिमजी नाम के एक शख्स ने हमला कर दिया। यह हमला जनसुनवाई के दौरान हुआ। हमला ऐसा था कि सीएम को थोड़ी बहुत चोटें भी आईं। यह हमला तब किया गया जब वह सिविल लाइंस स्थित अपने आवास पर जनसुनवाई कर रही थीं। इसी दौरान खिमजी ने उन पर हमला कर दिया।
यह भी पढ़ेंः दिल्ली में पुरानी गाड़ियों के मालिकों को बड़ी राहत, SC ने सुनाया फैसला
सोशल मीडिया पर भी चर्चा
इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी चर्चा शुरू कर दी है। कुछ लोग राजेश के इस कदम को गलत बता रहे हैं, तो कुछ लोग उसकी कुत्तों के प्रति संवेदनशीलता की तारीफ कर रहे हैं। दिल्ली में हाल के दिनों में सड़क पर रहने वाले कुत्तों को लेकर कई विवाद सामने आए हैं, और यह घटना उसी दिशा में एक नया मोड़ ला सकती है।
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि राजेश अकेले इस घटना को अंजाम देने दिल्ली आया था या इसके पीछे कोई और भी शामिल है। भानुबेन ने अंत में कहा, 'मेरा बेटा गलती से भटक गया। उसे एक मौका दीजिए।'