भारत में 4 साल बाद होने जा रही जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया को पाकिस्तान के साथ पूल बी में रखा गया है। टूर्नामेंट के लिए शनिवार (28 जून) को ड्रॉ समारोह इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (FIH) के मुख्यालय लुसाने में आयोजित किया गया। इस समारोह में दोनों चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों को एक ही पूल में रखने का फैसला किया गया। पूल बी में दो अन्य टीमें चिली और स्विट्जरलैंड हैं।
13 दिन तक चलेगा टूर्नामेंट
जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप की शुरुआत 28 नवंबर से हो रही है। फाइनल मुकाबाल 10 दिसंबर को खेला जाएगा। 13 दिन चलने वाले इस टूर्नामेंट के सभी मैच चेन्नई और मदुरै में आयोजित होंगे। जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप के इतिहास में पहली बार 24 टीमें भाग ले रही हैं। भारत में पिछली बार इस टूर्नामेंट का आयोजन 2021 में किया गया था, जिसमें टीम इंडिया चौथे स्थान पर रही थी। उसे सेमीफाइनल में जर्मनी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
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जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप के लिए ऐसा है ग्रुप
- पूल ए: जर्मनी, साउथ अफ्रीका, कनाडा और आयरलैंड
- पूल बी: भारत, पाकिस्तान, चिली और स्विट्जरलैंड
- पूल सी: अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड, जापान और चीन
- पूल डी: स्पेन, बेल्जियम, मिस्र और नामीबिया
- पूल ई: नीदरलैंड्स, मलेशिया, इंग्लैंड और ऑस्ट्रिया
- पूल एफ: फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, साउथ कोरिया और बांग्लादेश
हॉकी के लिए बड़ा पल
FIH के अध्यक्ष तैयब इकराम ने एक बयान में कहा, 'बहुत खुशी की बात है कि हम पहली बार 24 टीमों वाले जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप की ओर जर्नी शुरू कर रहे हैं। यह उभरते देशों सहित सभी देशों के युवाओं को सशक्त बनाने की FIH की रणनीति का एक हिस्सा है और यह टूर्नामेंट इस दिशा में पहला कदम होगा।'
हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने कहा, 'आज हॉकी की दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि हम 24 देशों की भागीदारी वाले पहले जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप के लिए पूल ड्रॉ कर रहे हैं।' जर्मनी मौजूदा जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप चैंपियन है। उसने 2023 में खेले गए पिछले एडिशन के फाइनल में फ्रांस को 2-1 से हराकर रिकॉर्ड सातवां खिताब जीता था।