logo

मूड

ट्रेंडिंग:

नीतीश कुमार रेड्डी के पिता ने सुनील गावस्कर के छुए पैर

भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट में नीतीश कुमार रेड्डी के शतक पूरा करने के बाद उनके पिता मुत्याला रेड्डी काफी भावुक नजर आए थे। अब नीतीश के पिता ने महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर से मुलाकात की है।

Nitish Kumar Reddy Father touches Sunil Gavaskar Feet

सुनील गावस्कर से मिलते नीतीश कुमार रेड्डी के पिता। (फोटो - स्क्रीनग्रैब Ben Cameron/ABC Sport)

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

21 साल के नीतीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन (28 दिसंबर) शतक जड़कर भारत को संकट से उबारा था। नीतीश ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में शनिवार को जब शतक पूरा किया तो स्टैंड में मौजूद उनके पिता मुत्याला रेड्डी रोने लगे थे। इस युवा ऑलराउंडर को कठिन परिस्थितियों में सेंचुरी लगाते देख कई पूर्व क्रिकेटर्स भी इमोशनल नजर आए थे। महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कॉमेंट्री के दौरान नीतीश को स्टैंडिंग ओवेशन दिया।

 

बॉक्सिंग डे टेस्ट के चौथे दिन (29 दिसंबर) नीतीश के पिता मुत्याला रेड्डी ने सुनील गावस्कर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने गावस्कर के पैर छुए। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने मुत्याला को गले लगाया। गावस्कर बेहद भावुक नजर आ रहे थे। वहां नीतीश की मां और बहन भी मौजूद थीं। उन्होंने भी गावस्कर के पैर छुए।  

 

सुनील गावस्कर ने रेड्डी परिवार से मुलकात के दौरान कहा, 'हम जानते हैं कि उन्होंने कितना त्याग और संघर्ष किया है। आपकी वजह से मैं रो रहा हूं। आपके बलिदान के कारण भारत को हीरा मिला है, भारतीय क्रिकेट को हीरा मिला है।'

 


नीतीश को क्रिकेटर बनाने के लिए पिता ने छोड़ दी थी नौकरी

 

मुत्याला रेड्डी हिंदुस्तान जिंक में नौकरी करते थे। होमटाउन विशाखापट्टनम से उनका ट्रांसफर उदयपुर कर दिया गया। इससे विशाखापट्टनम में चल रही नीतीश की ट्रेनिंग प्रभावित हो सकती थी। ट्रांसफर के चलते बटे का क्रिकेट करियर पर असर नहीं पड़े, इसके लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी। इसके बाद मुत्याला को रिश्तेदारों ने खूब ताने दिए और इसे गलत कदम करार दिया। हालांकि नीतीश की मां ने उन्हें पूरा सपोर्ट किया। अब वो पूरी तरह से नीतीश की ट्रेनिंग पर फोकस करने लगे। मुत्याला ने बेटे को सफल क्रिकेटर बनाने के लिए दिन-रात एक कर दिए। MCG में जब नीतीश के बल्ले से शतक निकला तो दर्शक दीर्घा में खड़े मुत्याला को हर त्याग, भाग्य जैसा लगने लगा। 


और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap