पश्चिम बंगाल में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के खिलाफ प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली से आवारा कुत्तों को हटाने का निर्देश दिया था, जिसके खिलाफ देशभर के पशु प्रेमियों ने रैलियां निकाली हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 8 सप्ताह के भीतर दिल्ली को आवारा कुत्तों से मुक्त करने का आदेश दिया है। नगर निगम और सिविल संस्थाओं के अधिकारी कुत्तों को पकड़-पकड़कर वैन में ठूंस रहे हैं। दिल्ली में आवारा कुत्तों की संख्या करीब 10 लाख है, इतनी बड़ी संख्या में कुत्तों को शेल्टर होम में रखने की व्यवस्था अभी सरकार के पास नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले की जमकर आलोचना हो रही है।
शनिवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में लोग सड़कों पर उतर गए। सिलिगुड़ी में भी पशु प्रेमियों ने रैली निकाली और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के खिलाफ नारे लगे। प्रदर्शनाकरियों ने हाथ में कुत्तों को लेकर विरोध जताया। उनके हाथों में तख्तियां भी थीं, जिनमें 'दिल्ली सीएम हाय-हाय', सेव डॉग और वी वॉन्ट जस्टिस जैसे नारे लिखे हैं।
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अनीशा पॉल, एनिमल एक्टिविस्ट:-
ये लोग तो बेजुबान हैं। कुछ करते भी नहीं हैं। इन्होंने तो कुछ गलत नहीं किया है। लोगों के अपराधों पर आप उन्हें छोड़ देते हैं, शर्म आती है आप पर। आप अपराधियों को पकड़ नहीं सकते हैं, कुत्तों को क्यों पकड़ रहे हैं। यह फैसला अमानवीय है। इसे वापस लेने की जरूरत है।'
रेखा गुप्ता के खिलाफ गुस्सा क्यों?
सुप्रीम कोर्ट ने कुत्तों को हटाने का निर्देश दिल्ली सरकार और सिविल संस्थाओं को दिया है। अब कुत्तों की धर पकड़ के लिए MCD ने हर जोन में विशेष टीमें गठित की हैं। हर महीने 1,000 कुत्तों को पकड़ने का लक्ष्य इन्हें दिया गया है। शुरुआत में जो बेहद खतरनाक हो गए हैं, ऐसे कुत्तों को पकड़ने के आदेश दिए गए हैं। कुत्तों को पकड़ने के लिए दो-दो डॉग-कैचिंग वैन हर 12 प्रशासनिक जोन में तैनात करने की योजना है। कुत्तों की धर पकड़ को लेकर लोग रेखा गुप्ता को भी जिम्मेदार मान रहे हैं।
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भारत में कहां-कहां प्रदर्शन हो रहे हैं?
भारत में सुप्रीम कोर्ट के 11 अगस्त 2025 के फैसले के खिलाफ देश के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पशु प्रेमी और कार्यकर्ता अमानवीय और अव्यवहारिक मान रहे हैं। बिहार की राजधानी पटना में सैकड़ों लोगों ने डाकबंगला चौराहे से नेहरू पथ तक रैली निकाली। वहां भी 'आवारा नहीं, हमारा है' जैसे नारे लगाए गए हैं। पटना को एनिमल-फ्रेंडली सिटी बनाने की मांग जोर पकड़ रही है।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के आजाद मैदान में पशु प्रेमियों ने प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कुत्तों को जबरन हटाना क्रूरता है और नसबंदी-टीकाकरण बेहतर समाधान है। दिल्ली में हर दिन प्रदर्शन हो रहे हैं। दिल्ली के कनॉट प्लेस और इंडिया गेट पर पशु कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इंडिया गेट पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। 15 अगस्त पर तो 'स्वतंत्रता दिवस, किसके लिए?' जैसे नारे लगाए गए।