दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) अपने पांचवें चरण का विस्तार करेगा। योजना के तहत नोएडा के इलेक्ट्रॉनिक सिटी को गाजियाबाद के साहिबाबाद से जोड़ा जाएगा। डीएमआरसी ने ब्लू लाइन कॉरिडोर के विस्तार का प्रस्ताव रखा है। लंबे समय से गाजियाबाद और नोएडा के बीच मेट्रो लिंक का लोगों को इंतजार है। अगर यह परियोजना सिरे चढ़ी तो लगभग 5 लाख लोगों को सीधे फायदा मिलेगा।
दिल्ली-एनसीआर में 18 मेट्रो कॉरिडोर को चिह्नित किया गया है। इनमें से चार मेट्रो कॉरिडोर गाजियाबाद से जुड़ेंगे। योजना के तहत शहीद स्थल न्यू बस अड्डा से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन तक 3 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव है। गोकुलपुरी से अर्थला तक 12 किलोमीटर लंबा दूसरा कॉरिडोर बनेगा। इस मेट्रो लाइन को हिंडन एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा।
यह भी पढ़ें: सीटें कम हों या ज्यादा, बिहार के CM कैसे बने रहते हैं नीतीश कुमार?
मेट्रो लाइन से जुड़ेगा मोहन नगर
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) द्वारा प्रस्तावित वैशाली से मोहन नगर को जोड़ने वाला ब्लू लाइन कॉरिडोर का प्रस्ताव पहले 2018 में स्थगित कर दिया गया था। मगर अब इस पर भी विचार चल रहा है। यह लगभग 5 किमी लंबा तीसरा कॉरिडोर होगा। इसमें चार स्टेशन प्रस्तावित हैं। मोहन नगर में यह लाइन रेड लाइन से जुड़ेगी। अभी तक ब्लू लाइन नोएडा के इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक चालू है। चौथे रूट के तहत गाजियाबाद के सहिबाबाद को नोएडा के इलेक्ट्रॉनिक सिटी से जोड़ने का प्रस्ताव है। इस रूट में कुल 5 स्टेशन होंगे और इसकी लंबाई लगभग 5.1 किमी होगी।
किन-किन लाइनों का होगा विस्तार?
- शहीद स्थल नया बस अड्डा से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन तक रेड लाइन का विस्तार होगा।
- नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद तक ब्लू लाइन का विस्तार।
- वैशाली से मोहन नगर तक ब्लू लाइन को बढ़ाया जाएगा।
- गोकुलपुरी से अर्थला तक पिंक लाइन का विस्तार किया जाएगा। अर्थला में रेड लाइन रूट पर इंटरचेंज होगा।
प्रस्तावित प्रोजेक्ट से जुड़ी खास बातें
- शहीद स्थल से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन तक का 3 किमी लंबा कॉरिडोर बनेगा। इसमें सिर्फ एक नया स्टेशन होगा।
- नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद के बीच पांच स्टेशन होंगे। रूट की लंबाई 5.1 किलोमीटर होगी।
- वैशाली से मोहन नगर तक मेट्रो विस्तार में कुल चार स्टेशन होंगे। लाइन की लंबाई पांच किमी होगी।
- 12 किमी का सबसे लंबा प्रोजेक्ट गोकुलपुरी से अर्थला तक होगा। 8 किमी का हिस्सा एलिवेटेड और 4 किमी का हिस्सा भूमिगत होगा। कुल 8 स्टेशन होंगे।
यह भी पढ़ें: हरी टोपी गायब, पीली सिर पर, तेज प्रताप ने बदला सियासी रंग
7500 करोड़ अनुमानित बजट
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के मुताबिक डीएमआरसी ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करनी शुरू कर दी है। डीपीआर का खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी। चारों कॉरिडोर की कुल लंबाई 25 किमी है। 300 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर लागत आंकी गई है। इस लिहाज से प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 7500 करोड़ रुपये है।