अयोध्या में के सभी मस्जिदों में दोपहर की नमाज 2 बजे के बाद पढ़ी जाएगी। अयोध्या मस्जिद सराय समिति के अध्यक्ष मौलवी मोहम्मद हनीफ ने शुक्रावर की नमाज के लिए गाइडलाइन जारी की है। उन्होंने कहा है कि हनीफ ने कहा कि होली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए जुमे की नमाज के समय में बदलाव किया जाएगा।
मौलवी मोहम्मद हनीफ ने कहा, 'होली के त्योहार के समय को ध्यान में रखते हुए, हमने सभी मस्जिदों को दोपहर दो बजे के बाद जुमे की नमाज अदा करने का निर्देश दिया है, क्योंकि जुमे की नमाज शाम 4:30 बजे तक पढ़ी जा सकती है।'
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक तब्लीगी जमात मरकज के 'अमीर' हनीफ मोहम्मद ने कहा, 'हम अपने हिंदू भाइयों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। हम उनकी खुशी में शामिल होते हैं और जश्न में उनके साथ खड़े होते हैं।'
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'रंग लगाए तो मुस्कुराकर कहें होली है'
मोहम्मद हनीफ ने कहा, 'मैंने मुस्लिम समुदाय के सभी सदस्यों से भी होली के दौरान धैर्य और उदारता दिखाने का आग्रह किया है। अगर कोई उन्हें रंग लगाता है, तो उन्हें मुस्कुराकर जवाब देना चाहिए और प्यार और सम्मान की भावना से 'होली मुबारक' कहना चाहिए।'
जुमे की नमाज पर क्या कह रहा है हिंदू समुदाय?
स्थानीय व्यवसायी सौरभ विक्रम सिंह नेकहा, 'हमारे शहर में, हम अपने मुस्लिम भाइयों पर कभी भी रंग नहीं डालते क्योंकि हम शांति बनाए रखने के महत्व को समझते हैं। सहयोग की भावना हमेशा बनी रहती है और जब भी होली और जुमा एक साथ आते हैं, तो उत्सव शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से बीतता है।
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तय जगहों पर ही जलेगी होलिका
अयोध्या के जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने कहा, 'सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए, होलिका दहन केवल स्थापित स्थानों पर ही किया जाएगा। नए स्थानों पर इसे प्रतिबंधित किया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।'
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शहर-शहर, गांव-गांव शांति बैठकें
चंद्रविजय सिंह ने कहा, 'हम व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी होलिका दहन स्थलों पर पुलिस कर्मियों को भी तैनात कर रहे हैं। प्रशासन सतर्क है, खासकर रमजान के पवित्र महीने के चलते। शांतिपूर्ण त्योहार सुनिश्चित करने के लिए शहरों और गांवों में धार्मिक नेताओं और समुदाय के प्रमुख सदस्यों के साथ शांति समिति की बैठकें की जा रही हैं।'