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NDA से पहली बार पास हुईं 17 महिला कैडेट, भारतीय सेनाओं में बनेंगी अफसर

राष्ट्रीय सुरक्षा अकादमी (NDA) के पहले सह-शिक्षा(co-education) बैच की पासिंग आउट परेड हुई। इस बैच में पहली बार 316 पुरुषों के साथ 17 महिलाएं भी परेड में शामिल हुई हैं।  

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NDA की महिला कैडेट, Photo credit: social media

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पहली बार राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में पुरुषों के साथ महिलाएं भी ग्रेजुएट हुई हैं। पुणे स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के पहले को-एड बैच (जिसमें महिला और पुरुष साथ में पढ़ते हैं) की 'पासिंग आउट परेड' हुई। यह परेड ऐतिहासिक रही क्योंकि इसमें NDA से ग्रेजुएट 319 पुरुष कैडेट के साथ 17 महिला कैडेट (कुल 336) ने भी हिस्सा लिया। NDA में पुरुष और महिला कैडेट का यह पहला सह-शिक्षा (CO-EDUCATION) बैच है। पूर्व सेना प्रमुख और मिजोरम के राज्यपाल जनरल वी.के सिंह के निरीक्षण में यह पासिंग आउट परेड हुई। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महिलाओं को NDA में आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी जिसके बाद यह पहला बैच है जिसमें पुरुषों के साथ महिलाएं भी NDA से ग्रेजुएट हुई हैं। 

 

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से ग्रेजुएट इस ऐतिहासिक बैच के कैडेट खड़कवालासा में त्रि-सेवा प्रशिक्षण अकादमी के खेत्रपाल परेड ग्राउंड में पासिंग आउट परेड की। इस ग्राउंड की पहचान उस स्थान के रूप में की जाती है जहां से लीडरशिप की शुरुआत होती है। इस बैच में 17 महिला कैडेट भी शामिल थीं जो अब भारतीय नौ सेना, वायु सेना और थल सेना में सेवाएं देंगी। सुप्रीम कोर्ट ने साल 2021 में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को निर्देश दिया था कि महिलाओं को भी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में आवेदन करने की अनुमति दी जाए। इसके बाद UPSC ने NDA के 2022 में शुरू हुए 148वें बैच में शामिल किया था।

 

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ऐतिहासिक है यह बैच

 

NDA के कैडेट कैप्टन उदयवीर नेगी ने 148वें पाठ्यक्रम की परेड की कमान संभाली। राज्यपाल जनरल वी.के सिंह ने इस मौके पर कहा, 'आज अकादमी के इतिहास में एक विशेष रूप से महत्तवपूर्ण दिन है, क्योंकि NDA में  महिला कैडेट का पहला बैच 'पासिंग आउट' परेड में शामिल हुआ है। यह ज्यादा सशक्तीकरण की दिशा में हमारी सामूहिक यात्रा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है।' उन्होंने कहा कि ये युवा महिलाएं नारी शक्ति की बढ़ती ताकत का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा, 'मैं एक ऐसे भविष्य की कल्पना करता हूं जो अब से दूर नहीं है, जब इनमें से कोई किसी महिला अपनी सेवा क्षेत्र में सर्वोच्च भूमिका निभा सकती है।'

 

सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे निर्देश


आजादी के 75 साल बाद भी  महिलाओं को टेरिटोरियल आर्मी में ऑफ‍िसर पदों पर भर्ती का प्रावधान नहीं था। इसके खिलाफ कुश कालरा ने दिल्‍ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां 18 अगस्‍त 2021 को कोर्ट ने पहली बार लड़कियों के लिए NDA में शामिल होने के दरवाजे खोल दिए। साल 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने संघ लोक सेवा आयोग को निर्दश दिया था कि महिलाओं को NDA में आवेदन करने की इजाजत दी जाए।  इस फैसले के बाद, 2022 में पहली बार 17 महिला कैंडिडेट्स का बैच NDA में शामिल हुआ, जो आज ग्रेजुएट हुए हैं।

 

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JNU से डिग्रियां दी गईं

 

NDA के इस 148वें बैच में कुल 339 कैडेट शामिल थे, जिनमें 17 महिला कैडेट भी शामिल थी। इन सभी को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से डिग्रियां प्रदान की गईं। इनमें से 84 कैडेट को बीएससी डिग्री, 85 को कंप्यूटर साइंस डिग्री, 59 को बैचलर ऑफ आ‌र्ट्स (BA) डिग्री और 111 को बीटेक डिग्री से सम्मानित किया गया। अब ये सभी कैडेट भारतीय सेनाओं में सेवाएं देंगे। 


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