देहरादून के ओएनजीसी चौक का नजारा हैरान कर देने वाला था। रात को हंसी खुशी पार्टी करने वाले कॉलेज के 6 छात्रों को क्या पता था कि यह उनकी जिंदगी की आखिरी रात साबित होगी। पार्टी के बाद नई इनोवा में घुमने का शौक चढ़ा और सभी 7 निकल पड़े देहारदून की सड़कों पर...
कार की स्पीड 100 होने के कारण एक झटके में तेज रफ्तार एमयूवी की टक्कर एक कंटेनर ट्रक से हो जाती है। हादसा इतना भयावह कि मौके पर ही 7 में से 6 की मौत हो गई। 1 की हालत गंभीर है और अस्पताल में ICU में भर्ती है। घटना मंगलवार की है। इस हादसे में एकमात्र जिवित बचा 25 वर्षीय सिद्धेश अग्रवाल की हालत स्थिर है, लेकिन वह कुछ बोल नहीं पा रहा है।
हादसे से पहले की थी पार्टी
हादसे से पहले इन 7 दोस्तों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। गुनीत सिंह, कामाक्षी सिंघल, नव्या गोयल, ऋषभ जैन, अतुल अग्रवाल, कुणाल कुकरेजा और सिद्धेश पार्टी करते हुए नजर आ रहे है। यह पार्टी सिद्धेश के आवास पर आयोजित की गई थी। पार्टी के बाद सभी दोस्तों ने देर रात ड्राइव करने का फैसला किया। लगभग 1 बजकर 30 मिनट पर एमयूवी 100 किमी/घंटा से अधिक की स्पीड से चल रही थी। कार जैसे ही ओएनजीसी चौक के पास पहुंची वैसे ही कार की जोरदार टक्कर कंटेनर ट्रक से हो जाती है और मौके पर ही 6 लोग दम तोड़ देते हैं।
100 की स्पीड में चल रही थी कार
सीसीटीवी फुटेज में एमयूवी को 100 किमी/घंटा से अधिक की स्पीड से चलते हुए देखा जा सकता है। लग्जरी कार को ओवरटेक करते ही एमयूवी की टक्कर ट्रक से हो जाती है। टक्कर इतनी जोरदार थी कि MUV की छत उड़ गई, जिससे छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में से तीन एक प्राइवेट यूनीवर्सीटी के छात्र थे और एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट था।
ओएनजीसी चौक पर लगे CCTV कैमरों के काम न करने के कारण दुर्घटना की सटीक जानकारी हासिल नहीं हो पा रही है।
देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड (DSCL) ने पुष्टि की है कि शहर में 536 कैमरों में से 134 अभी भी काम नहीं कर रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों और पुलिस ने दुर्घटना का मुख्य कारण तेज स्पीड को बताया है। कंटेनर ट्रक चालक घटनास्थल से भाग गया, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि उसकी कोई गलती नहीं थी। पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि MUV को यातायात नियमों की अनदेखी करते हुए पाया गया।
एकमात्र जीवित बचा सिद्धेश
एकमात्र जीवित बचे सिद्धेश को सिर में गंभीर चोट लगी है जिसके कारण वह अस्पताल में भर्ती है। फिलहाल वह बयान देने में असमर्थ है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दुर्घटना तब हुई जब एक तेज रफ्तार एमयूवी एक कंटेनर ट्रक के पीछे के बाएं हिस्से से टकरा गया। अधिकारियों को ट्रक चालक की ओर से कोई गलती नहीं मिली है। दुर्घटना के समय गाड़ी चला रहे कार के मालिक ने भी इस घटना में अपनी जान गंवा दी। पीड़ितों के परिवारों की ओर से कोई शिकायत न मिलने पर पुलिस कानूनी विकल्प तलाश रही है। शुरुआती जांच के अनुसार, MUV, बिना नंबर प्लेट वाली नई गाड़ी, बल्लूपुर चौक से गढ़ी कैंट की ओर जा रही थी।
इस दौरान एक लग्जरी कार ने तेज स्पीड से एमयूवी को ओवरटेक किया। इस बीच MUV ने भी अपने कार की स्पीड तेज कर दी और उसी दौरान एक कंटेनर ट्रक स्थिर गति से चौराहे को पार कर रहा था। MUV चालक ने सोचा कि वे ट्रक के गुजरने से पहले चौराहे को पार कर सकते हैं। हालांकि, तेज गति से चल रही MUV ट्रक के पिछले बाएं हिस्से से टकरा गई, जो भीषण हादसे में बदल गई।