logo

ट्रेंडिंग:

टॉयलेट में फोन चलाने से 46% तक बढ़ सकता है बवासीर का खतरा

कई लोगों को टॉयलेट में फोन चलाने की आदत होती है। टॉयलेट में फोन चलाने की आदत सेहत के लिए हानिकारक है। फोन चलाने की वजह से बवासीर होने का खतरा बढ़ सकता है।

using phone toilet cause piles

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Freepik)

हम अपना ज्यादातर समय अपने फोन के साथ बिताते हैं। कई लोग टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल करते हैं। कई लोग यह बात जानते हैं कि टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से कई प्रकार की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। कई रिसर्चर्स में भी इस बात की पुष्टि की गई है। हाल ही में एक नई स्टडी हुई है जिसमें बताया गया है जो लोग टॉयलेट में फोन चलाते हैं उनमें बावसीर होने का खतरा 46%  तक बढ़ जाता है। यह स्टडी Journal PLOS One में पब्लिश हुई है। आइए जानते हैं स्टडी में क्या बताया गया है?

 

बॉस्टन के Beth Israel Deaconess Medical Center के शोधकर्ताओं ने 125 लोगों पर अध्ययन किया और पाया कि दो तिहाई लोग टॉयलेट सीट पर बैठकर स्मार्टफोन को स्क्रॉल करते रहते हैं। जिन लोगों ने टॉयलेट में बैठकर फोन का इस्तेमाल किया। उनमें बावसीर होने की संभावना उन लोगों के मुकाबले 46% ज्यादा थी जो लोग टॉयलेट में फोन इस्तेमाल नहीं करते हैं।

 

यह भी पढ़ें- सुबह दौड़ने, जाम में फंसने से खराब हो रहे फेफड़े! विशेषज्ञ क्या बोले?

टॉयलेट में फोन चलाना सेहत के लिए हानिकारक

शोध की लेखिका डॉक्टर त्रिशा पसरीचा ने बताया, 'आप जितना ज्यादा समय टॉयलेट में बैठते हैं उतना ही नुकसानदायक होता है। टॉयलेट सीट पर बैठने से पेल्विक फ्लोर को सपोर्ट नहीं मिलता है। ऐसे में रेक्टम की नसों पर दबाव पड़ता है जिससे सूजन की समस्या हो सकती है। अगर आप ज्यादा समय तक सीट पर बैठे रहते हैं तो यह दबाव और अधिक बढ़ जाता है।'

 

शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग फोन चलाते हैं वे टॉयलेट में ज्यादा समय बिताते हैं। स्मार्टफोन यूजर्स में लगभग पांच गुना ज्यादा लोग हर बार टॉयलेट में 5 मिनट से ज्यादा समय बिताते हैं। जब इन लोगों से पूछा गया कि वे टॉयलेट में बैठक फोन में क्या करते हैं तो लोगों ने कहा कि वे न्यूज पढ़ते हैं, सोशल मीडिया पर फीड चेक करते हैं। ईमेल या टेक्सट मैसेज भेजते हैं।

लाइफस्टाइल भी है मुख्य कारण

इसके अलावा स्टडी में कहा गया कि फोन चलाने की वजह से फिजिकल एक्टिविटी कम हो गई है और इस तरह की लाइफस्टाइल की वजह से भी हेमोरॉयड्स (बवासीर) की समस्या हो सकती है। स्टडी में बताया कि यह बीमारी पुरुषों और महिलाओं में बहुत आम है। अमेरिका में हर 20 में से 1 व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है। यह बीमारी मुख्य रूप से 50 साल से ज्यादा उम्र वालों को होती है।

 

यह भी पढ़ें- ग्रीन टी और विटामिन B3 को साथ खाने से कम हो सकता है अल्जाइमर का खतरा!

क्या होता है बवासीर?

बवासीर को पाइल्स या हेमोराइड्स कहते हैं। इसमें गुदा के अंदर या बाहर गांठ जैसा मस्से बन जाते हैं जो नसों के फूलने से बनता है। यह बीमारी मुख्यरूप से कब्ज की वजह से होती है। बवासीर होने पर गुदा वाले हिस्से में दर्द, खुजली और मल त्यागने के दौरान खून आता है। बवासीर का इलाज बेहद जरूरी है। अगर इसका समय से इलाज नहीं करवाया गया तो आगे चलकर Fistula और Fiser जैसी खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकता है।

 

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap